जितने लगन और प्यार से लोग अपने परिवार के लिए मकान बनवाते है | उसी मकान और परिवार में प्यार से रहना भूल जाते है |
इन बरसातों से दोस्ती, अच्छी नही , कच्चा तेरा मकान है, कुछ तो ख्याल कर |